समाज सेवी हस्मुद्दीन व पप्पू मलिक वैक्सीनेशन कराया और किया आहवान।
शाहरुख पत्रकार के बड़े भाई हसमुद्दीन समाजसेवी व पप्पू मलिक ने कोरोना वैक्सीन लगवाई और उन्होंने सभी से कोरोना वैक्सीन की दूसरी डॉज लेने की अपील की उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन लगवाने को लेकर लोगों में दोबारा उत्साह जागने लगा है उन्होंने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डॉज के फायदे बताए कोविड, 19 वाले लोगों को मानसिक स्वास्थ्य वैक्सीन लगवाने से एक स्पष्ट में महत्वपूर्ण सुधार का भी अनुभव हो सकता है. तो यह सुनिश्चित करें वैक्सीन संभावित तौर पर आपके पास एक हेल्थ को सुरक्षित रखती है और बीमारियों से बचाती है उनमें प्रभावकारिता का एक रिमार्केबल रेट है और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करते हैं। हालांकि, कुछ जोखिम कारक और स्थितियां हैं जैसे कि कमजोर इम्यूनिटी जो टीकों की प्रभावकारिता को कम करती है। उन्होंने आगे कहा कि हमारी इम्युनिटी एक रनिंग सिस्टम है, जो हमारे बचाव का काम करती है, फिर चाहे हमें सुबह या रात में किसी भी वक्त संक्रमण हो जाए।
हालांकि, हमारे शरीर के अंग दिन और रात में अलग-अलग तरह से काम करते हैं या प्रतिक्रिया करते हैं। इसका मुख्य कारण हमारी बॉडी क्लॉक है। हमारी इम्यूनिटी सेल्स पूरे दिन स्पेसिफिक फंक्शन करती हैं। कोशिकाएं बॉडी पर अटैक करने वालों पर नजर रखती हैं और नुकसान को जड़ से खत्म करती हैं। बॉडी क्लॉक और कोशिकाओं की सर्कैडियन लय भी लगातार विकसित होती है ताकि बेहतर कार्य कर सकें और सही समय पर संक्रमण पर अटैक कर सकें। इसलिए, यह माना जाता है कि इम्यून सिस्टम पर बॉडी क्लॉक के कंट्रोल के साथ मामूली अंतर हो सकता है। टीकाकरण के कुछ टाइम बाद ही डोज के साइड-इफेक्ट्स शुरू हो जाते हैं। इसलिए अपनी तय वक्त पर वैक्सीन लेने से पहले अधिकतम नींद लेने से भी यह सुनिश्चित होगा कि आप अच्छी तरह से आराम कर रहे हैं और दुष्प्रभावों को बेहतर तरीके से मैनेज करने में सक्षम हैं। पर्याप्त नींद न लेने से आपको तनाव हो सकता है और आप सामान्य से अधिक बीमार और थका हुआ महसूस कर सकते हैं। इसलिए, जब आप टीका लगवाने के लिए जाएं तो अच्छी नींद लेना जरूरी है।
हालांकि, हमारे शरीर के अंग दिन और रात में अलग-अलग तरह से काम करते हैं या प्रतिक्रिया करते हैं। इसका मुख्य कारण हमारी बॉडी क्लॉक है। हमारी इम्यूनिटी सेल्स पूरे दिन स्पेसिफिक फंक्शन करती हैं। कोशिकाएं बॉडी पर अटैक करने वालों पर नजर रखती हैं और नुकसान को जड़ से खत्म करती हैं। बॉडी क्लॉक और कोशिकाओं की सर्कैडियन लय भी लगातार विकसित होती है ताकि बेहतर कार्य कर सकें और सही समय पर संक्रमण पर अटैक कर सकें। इसलिए, यह माना जाता है कि इम्यून सिस्टम पर बॉडी क्लॉक के कंट्रोल के साथ मामूली अंतर हो सकता है। टीकाकरण के कुछ टाइम बाद ही डोज के साइड-इफेक्ट्स शुरू हो जाते हैं। इसलिए अपनी तय वक्त पर वैक्सीन लेने से पहले अधिकतम नींद लेने से भी यह सुनिश्चित होगा कि आप अच्छी तरह से आराम कर रहे हैं और दुष्प्रभावों को बेहतर तरीके से मैनेज करने में सक्षम हैं। पर्याप्त नींद न लेने से आपको तनाव हो सकता है और आप सामान्य से अधिक बीमार और थका हुआ महसूस कर सकते हैं। इसलिए, जब आप टीका लगवाने के लिए जाएं तो अच्छी नींद लेना जरूरी है।
शाहरुख मलिक शेर्कोट
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